Bihar makhana board: बिहार के सांसदों ने पीएम मोदी (PM Modi) को गिफ्ट किए राज्य के मखाने, क्या है इनकी खासियत?सदन में इस समय बजट सत्र चल रहा है और ऐसे में हर रोज सांसदों की नई नई तस्वीरें सामने आ रही हैं. ऐसे में आज एक और तस्वीर सामने आई हैं जहां बिहार के लगभग 30 सांसदों ने पीएम मोदी से मुलाकात की, उनके साथ फोटो खिंचवाई और तो और उपहार के रूप में उन्हें मखाने भी भेंट किए. तो आखिर बिहार के सांसदों ने क्यों उन्हें मखाने भेंट किए और बिहार के मखानों की क्या है खासियत, चलिए जानते हैं The Story Window की इस खबर में.

बिहार के मखाने की क्यों हो रही चर्चा?
दरअसल 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में आप बजट पेश किया था, जिसमें बिहार के लिए कई बड़े ऐलान किए गए थे. बिहार के किसानों के लिए मखाना के उत्पादन और मार्केंटिंग को बढ़ावा देने के लिए मखाना बोर्ड (bihar makhana board) का ऐलान किया गया. ऐसे में अब जा रहा है कि केंद्र सरकार का ये ऐलान बिहार के किसानों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है क्योंकि देश में सबसे ज्यादा मखाने की खेती बिहार में ही होती है.
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बिहार में कितना और कहां-कहां होता है मखाना?
इस समय बिहार में लगभग 35 हजार हेक्टेयर में मखाने की खेती (makhana farming in Bihar) होती है और राज्य सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले कुछ समय में इसे 50-60 हेक्टेयर तक बढ़ाया जाए, और ज्यादा से ज्यादा किसानों को इसमें जोड़ा जाए. मखाना बोर्ड की स्थापना से मखाना प्रोसेसिंग कंपनियों को फायदा होगा और तो और मकाने की खेती और बाजार (bihar makhana bazar), दोनों को ही लाभ मिलेगा. मखाने की खेती पूरे बिहार में नहीं होती, बल्कि यह मुख्य रूप से उत्तरी और पूर्वी बिहार में की जाती है. इसमें प्रमुख जिलों में मधुबनी, दरभंगा, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, सीतामढ़ी और किशनगंज शामिल हैं.
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मखाने क्यों होते हैं फायदेमंद?
बिहार के मखानों में ऐसी कई सारी बातें हैं जो इसे खास बनाती है. बिहार के मखाने का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है. इनमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम की भरपूर मात्रा होती है। यह दिल की सेहत, वजन घटाने, और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है. बिहार के मखाने की गुणवत्ता बहुत उच्च होती है, और इसके दाने बड़े और गोल होते हैं. यह मखाना उत्पादन में बिहार देश का प्रमुख राज्य है. बिहार के मखाने को अन्य राज्यों में भी पसंद किया जाता है, और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी निर्यात किया जाता है. मखाना बिहार के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आय का स्रोत है. इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी फायदा होता है.
बिहार सांसदों ने पीएम को क्या गिफ्ट किया?
मालूम हो कि संसद में बजट सत्र चला रहा है, ऐसे में बिहार के 30 सांसदों ने पीएम मोदी से मुलाकात की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सांसदों के साथ तस्वीरें भी क्लिक करवाई. इस दौरान, केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने पीएम मोदी को मंत्रालय का एक बुकलेट भेंट किया. वहीं, दरभंगा से बीजेपी सांसद गोपालजी ठाकुर ने पीएम को मधुबनी पेंटिंग, पाग और शॉल तोहफे में दिए. जेडीयू सांसद लवली आनंद ने पीएम मोदी को पुष्प गुच्छ भेंट किए. तस्वीर खिंचवाते समय पीएम मोदी के बाएं केंद्रीय मंत्री और एलजेपी (आर) सांसद चिराग पासवान और दाएं जेडीयू सांसद ललन सिंह खड़े थे. ललन सिंह के बगल में जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा और चिराग पासवान के बगल में बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह दिखाई दे रहे थे.
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