NCERT Syllabus Change: 8वीं की किताब से शिवाजी से लेकर अकबर तक क्या बदला, जानिए इतिहास की नई तस्वीर

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NCERT Syllabus Change: देशभर में पढ़ाई जाने वाली कक्षा 8 की इतिहास की किताबों के में बड़े बदलाव की गए है। इन बदलावों में कुछ नए पाठ जोड़े गए हैं, तो कुछ पुराने पाठ हटाए गए हैं। साथ मै कुछ एतिहासिक पत्रों मै नई भूमिका दी गई है। खासतौर पर छत्रपति शिवाजी, अकबर, मुगल शासन और ब्रिटिश शासन की जानकारियों को नए रूप से दिखाया गया हैं। जानिए द स्टोरी विंडो पर NCERT Syllabus Change से क्या है इतिहास की नई तस्वीर।

NCERT Syllabus Change क्यों किया गया?

नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग ने यह कदम देशभर में स्कूली शिक्षा को समान और प्रसांगिक बनाने के लिए उठाया हैं। NCERT Syllabus Change में नई किताबों में अब छात्रों को इतिहास के कुछ घटनाक्रमों को अलग दृष्टिकोण से समझने का मौका मिलेगा। कुछ जानकारों का मानना है कि यह बदलाव शिक्षा को अधिक स्थानीय और सांस्कृतिक रूप से जुड़ा बनाने की कोशिश है, जबकि कुछ लोग इस बदलाव पर सवाल भी उठा रहे हैं।

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शिवाजी की भूमिका को कितना विस्तृत किया?

नई किताबों में छत्रपति शिवाजी महाराज को एक सशक्त राष्ट्र निर्माता और स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में दिखाया गया है। पुराने पाठ्यक्रम की तुलना में अब शिवाजी के संघर्ष, उनकी रणनीतियों और प्रशासनिक कौशल पर अधिक ज़ोर दिया गया है।

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अकबर और मुग़ल इतिहास में क्या बदलाव?

मुग़ल शासकों, विशेषकर अकबर, बाबर और औरंगज़ेब के अध्यायों में बदलाव किए गए हैं। कहीं-कहीं सामग्री को कम किया गया है तो कहीं नए दृष्टिकोण से पेश किया गया है। मुग़ल शासन की तुलना में अब मराठा और अन्य भारतीय शासकों पर ज़्यादा ज़ोर दिया गया है। ब्रिटिश काल और 1857 की क्रांति से जुड़े पाठों में कुछ हिस्से हटाए गए हैं, तो कुछ नए दृष्टिकोण जोड़े गए हैं। क्रांतिकारियों को और ज्यादा प्रमुखता दी गई है।

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NCERT Syllabus Change पर विवाद क्यों हो रहा है?

इन बदलावों पर शिक्षाविदों और इतिहासकारों की राय बंटी हुई है। कुछ इसे जरूरी सुधार मानते हैं, जबकि कुछ इसे ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ मानते हैं। हालांकि, सरकार और नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग का कहना है कि यह कदम छात्रों को अधिक सटीक, समावेशी और आधुनिक इतिहास पढ़ाने के लिए है।

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