PM Modi America Tour: मोदी के अमेरिका के दौरे पर विदेशी मीडिया ने क्या खबरें छापी?

1

PM Modi America tour: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा और अमेरिकी मीडिया में उसकी कवरेज ने भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर कई अहम पहलुओं को उजागर किया। मोदी ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात की, जबकि ट्रम्प ने इस मुलाकात से दो घंटे पहले ही नई टैरिफ पॉलिसी पर दस्तखत किए थे। इसके बाद अमेरिकी मीडिया ने इस मुलाकात पर अपनी टिप्पणियां साझा की, जिसमें दोनों देशों के रिश्तों, व्यापार और टैरिफ मुद्दों पर चर्चा की गई।

अंग्रेजी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने PM Modi America tour पर क्या कहा?

अंग्रेजी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस मुलाकात को विस्तार से कवर किया। अखबार ने बताया कि मोदी वॉशिंगटन जाने से पहले ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान संबंधों को आगे बढ़ाने की बात कर रहे थे। हालांकि, ट्रम्प के बारे में यह कहा गया कि वे ऐसे दोस्त हैं जिनके साथ संबंधों को लेकर कोई निश्चितता नहीं है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि मोदी अमेरिकी सरकार के निर्णयों, जैसे कि बाइकों पर टैरिफ कम करने के फैसले, पर ट्रम्प से चर्चा कर सकते हैं, ताकि व्यापार घाटे को लेकर होने वाली परेशानियों को कम किया जा सके। अखबार ने यह भी लिखा कि अवैध प्रवासियों का मुद्दा दोनों देशों के बीच तनाव का कारण बना हुआ है, लेकिन भारत ने इस मामले में अमेरिका का सहयोग करने की बात कही है।

ये भी पढ़ें: Bihar makhana board:बिहार के सांसदों ने पीएम को गिफ्ट किए राज्य के मखाने, क्या है इनकी खासियत?

दोनों देशों के लिए व्यापार बहुत महत्वपूर्ण

वॉयस ऑफ अमेरिका, एक प्रमुख अमेरिकी रेडियो स्टेशन, ने भी भारत-अमेरिका के व्यापार संबंधों पर टिप्पणी की। रिपोर्ट में कहा गया कि दोनों देशों के लिए व्यापार बहुत महत्वपूर्ण है और ट्रम्प ने बार-बार भारत को अधिक टैरिफ लगाने के मामले में आलोचना की है। भारत अमेरिका के साथ व्यापार से जुड़ा तनाव नहीं चाहता, यह वॉयस ऑफ अमेरिका ने कहा। वहीं, वॉल स्ट्रीट जर्नल ने ट्रम्प के भारत को ‘टैरिफ किंग’ कहने के बयान को साझा किया और बताया कि भारत औसतन 14% टैरिफ अन्य देशों से आयातित सामानों पर लगाता है, जबकि चीन औसतन 6.5% और कनाडा 1.8% टैरिफ लगाता है। ऐसे में ट्रम्प की टैरिफ नीति के तहत भारत पर दबाव बन सकता है, क्योंकि अमेरिकी सामानों पर सबसे ज्यादा टैरिफ भारत ही लगाता है।

भारत के लिए यह मुलाकात महत्वपूर्ण थी क्योंकि ट्रम्प की दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी नीतियों में स्पष्टता आई है। वे व्यापार घाटा कम करने के लिए और अवैध प्रवासियों को लेकर सख्त हैं। अमेरिका यह भी जानता है कि चीन के प्रभाव को कम करने के लिए भारत महत्वपूर्ण साझेदार है।

Face book link: https://www.facebook.com/profile.php?id=61560912995040

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका को यह चिंता है कि भारत हथियारों की खरीददारी में कमी न करे, जिससे अमेरिका पर दबाव पड़ सकता है। इसके बावजूद भारत में इस दौरे को ऐतिहासिक यात्रा के रूप में देखा जा रहा है। ट्रम्प ने जब मोदी से मुलाकात की तो सबसे पहले टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिसे “रिसिप्रोकल टैरिफ” कहा गया। इसका असर भारत पर भी पड़ेगा, क्योंकि भारत का 17% से अधिक विदेशी व्यापार अमेरिका से होता है, और अमेरिकी बाजारों में भारतीय उत्पाद महंगे हो सकते हैं।

टैरिफ एक शुल्क या टैक्स होता है जो विदेशी सामानों पर लगाया जाता है। इसका उद्देश्य घरेलू उत्पादों को प्रतिस्पर्धी बनाना और सरकार की आय बढ़ाना होता है। यदि ट्रम्प अमेरिका से आयातित सामानों पर टैरिफ लगाते हैं, तो इससे भारतीय उत्पाद महंगे हो सकते हैं।

इस मुलाकात ने भारत-अमेरिका के व्यापार और रणनीतिक संबंधों को नया आयाम दिया है, जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापारिक सहयोग बढ़ाने और टैरिफ जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ।

You tube link: https://www.youtube.com/@TheStoryWindow_1

सम्पर्क सूत्र: प्रिय मित्रों अगर आप हमारे साथ अपनी और आसपास की कहानियां या किस्से शेयर करना चाहते हैं तो हमारे कॉलिंग नंबर 96690 12493 पर कॉल कर या फिर thestorywindow1@gmail.com पर ईमेल के जरिए भेज सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी बात को रिकॉर्ड करके भी हमसे शेयर कर सकते हैं। The Story Window के जरिए हम आपकी बात लोगों तक पहुंचाएंगे क्योंकि हम मानते हैं कि खुशियां बांटने से बढ़ती हैं।

1 Comment
  1. Alice says

    ihmVZqU IUYF xAgni msO dUaMXuk PjEafSvS

Leave A Reply

Your email address will not be published.