भारत में आजकल किसान लगातार प्रगति कर रहे हैं। राजस्थान के बाड़मेर में आज यानी कि शुक्रवार को औषधीय एवं सुगंधित पौधों (medicinal and aromatic plants) पर तकनीकी ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया गया। आइए जानते हैं द स्टोरी विंडो में इस कार्यक्रम के बारे में।
किसने कराया medicinal and aromatic plants पर तकनीकी ट्रेनिंग?
राजस्थान के बाड़मेर में सीएसआईआर – केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान लखनऊ (Central Institute of Medicinal and Aromatic Plants ) के आईजी फाउंडेशन ने साथ में मिलकर कराया। इसमें किसानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। किसानों का उत्साह देखने लायक था।
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किस योजना के तहत हुआ ट्रेनिंग प्रोग्राम?
बाड़मेर में औषधीय और सुगंधित पौधों पर तकनीकी ट्रेनिंग प्रोग्राम आईजी एग्रो एंड गोट फार्म झाक पर सीएसआईआर अरोमा मिशन परियोजना के अंतर्गत किया गया। इस प्रोग्राम में आर्थिक रूप से जरूरी औषधीय और सुगंधित पौधों के विषय पर एक दिवसीय कौशल सह तकनीक ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
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इस कार्यक्रम का क्या है उद्देश्य?
औषधीय एवं सुगंधित पौधों पर तकनीकी ट्रेनिंग कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सिमेप के वैज्ञानिक डॉ. ऋषिकेश भिसे शामिल हुए। उन्होंने ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को औषधीय एवं सौगंध पौधों की खेती के प्रति जागरूक करना व उनकी आय में वृद्धि करना है तथा कौशल विकास के माध्यम से आए में बढ़ोतरी के मौके देता है।

इसके आगे कहा कि सुगंधित गैसों के उत्पादन की उन्नत कृषि क्रियाओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि भारतवर्ष में अरोमा मिशन के अंतर्गत सुगंधित फसलों की खेती को बढ़ावा दिया गया है। सीमैप के परियोजना सहायक नितेश कुमार ने कहा कि अतिरिक्त आय प्राप्त करने के लिए किसानों को सुगंधित पौधे उगाने की आवश्यकता है। आईजी फाउंडेशन के सचिव डॉ देवाराम पंवार ने बताया की हमारे द्वारा समय – समय पर खेती व पशुपालन को लेकर कार्यशालाओं के माध्यम से किसानों की मदद के लिए तत्पर हैं।
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