पीएम मोदी ने नवरात्रि पर संदेश GST-Saving Festival और आत्मनिर्भर भारत का हिस्सा बनें

0

नवरात्रि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को खास संदेश दिया। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे आत्मनिर्भर भारत के अभियान को मजबूती दें और इस नवरात्रि को “GST-Saving Festival” के रूप में मनाएँ। प्रधानमंत्री ने कहा कि नवरात्रि शक्ति और साधना का पर्व है, जिसे हम सबको स्वदेशी और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने का अवसर भी बनाना चाहिए।

ये भी पढ़ें: अंतर्राष्ट्रीय शैक्षिक समागम अयोध्या में सम्मानित हुए खाकी वाले गुरूजी सब इंस्पेक्टर रणजीत यादव

GST-Saving Festival का संदेश

प्रधानमंत्री ने इस बार नवरात्रि को “GST-Saving Festival” का नाम देते हुए समझाया कि हाल ही में किए गए जीएसटी सुधार उपभोक्ताओं और व्यापारियों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होंगे। उनके अनुसार, नई प्रणाली से न केवल टैक्स चुकाने की प्रक्रिया आसान होगी बल्कि अनावश्यक खर्चों पर भी रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि नवरात्रि के दौरान लोग जब स्वदेशी उत्पाद खरीदेंगे तो बचत भी होगी और देश के खजाने में पारदर्शी तरीके से राजस्व भी बढ़ेगा।

You tube link: https://www.youtube.com/@TheStoryWindow_1

नवरात्रि को आत्मनिर्भरता से जोड़ने का आह्वान

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि नवरात्रि आत्मसंयम, अनुशासन और परिवर्तन का प्रतीक है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस अवसर पर घरेलू उद्योगों, छोटे व्यापारियों और कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पादों को प्राथमिकता दें। उनका कहना था कि जब हम भारतीय वस्तुओं की खरीदारी करेंगे तो इससे देश की अर्थव्यवस्था को सीधा लाभ मिलेगा और लाखों परिवारों की रोज़ी-रोटी मजबूत होगी।

Facebook link – https://www.facebook.com/profile.php?id=61560912995040

जीएसटी सुधार और आम जनता

पीएम मोदी ने यह भी बताया कि “GST 2.0” सुधारों से छोटे व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है। अब टैक्स रिटर्न दाखिल करना पहले से आसान और सरल हो गया है। इससे व्यापारियों का समय और पैसा दोनों बचेंगे। उन्होंने जोर दिया कि इस सुधार से देश की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा आएगी और उपभोक्ताओं को भी वस्तुएं अपेक्षाकृत सस्ती मिलेंगी। उनका कहना था कि यह त्योहारों के मौसम में देश की जनता के लिए एक “डबल बेनिफिट” है।

त्योहारों से जुड़ा आर्थिक दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि भारतीय त्योहार केवल धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं हैं, बल्कि वे आर्थिक गतिविधियों को भी गति देते हैं। दशहरा, दिवाली, छठ और अन्य त्योहारों के दौरान बाजारों में खरीदारी बढ़ जाती है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है। उन्होंने कहा कि अगर इस बार लोग आयातित उत्पादों की बजाय भारतीय सामान खरीदेंगे तो स्थानीय कारोबारियों और कारीगरों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।

आत्मनिर्भर भारत अभियान का महत्व

मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत केवल एक नारा नहीं, बल्कि हर भारतीय की जिम्मेदारी है। उनका कहना था कि जब हर नागरिक स्थानीय वस्तुओं को प्राथमिकता देगा तो भारत का उद्योग और रोजगार दोनों मजबूत होंगे। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से छोटे और मध्यम उद्यमों (MSME) को प्रोत्साहन दे रही है, ताकि वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपनी पहचान बना सकें।

ये भी पढ़ें: BRICS Sammelan 2025 में पहलगाम हमले की कड़ी निंदा, पहलगाम हमला मानवता पर हमला बताया

नवरात्रि: शक्ति और सकारात्मक बदलाव का पर्व

प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में नवरात्रि के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह पर्व मां दुर्गा की साधना, शक्ति और नारी सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस अवसर पर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लें। स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, और “वोकल फॉर लोकल” जैसे अभियानों में भागीदारी करने का यह सही समय है।

सम्पर्क सूत्र: प्रिय मित्रों अगर आप हमारे साथ अपनी और आसपास की कहानियां या किस्से शेयर करना चाहते हैं तो हमारे कॉलिंग नंबर 96690 12493 पर कॉल कर या फिर thestorywindow1@gmail.com पर ईमेल के जरिए भेज सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी बात को रिकॉर्ड करके भी हमसे शेयर कर सकते हैं। The Story  Window के जरिए हम आपकी बात लोगों तक पहुंचाएंगे ।

Leave A Reply

Your email address will not be published.